,
आलिया भट्ट
,
जेमी डॉरनन
,
सोफी ओकोनेडो
और
माथियास श्वीगोफर
और
एलिसन श्रोएडर
,
डाना गोल्डबर्ग
और
गल गदो
सिनेमा ऐसी आदत है कि एक बार लग जाए तो फिर छूट पाना बहुत मुश्किल है। गुरुवार रात ‘ओएमजी 2’ और फिर आज सुबह सुबह ‘गदर 2’ देखने के दौरान आलिया भट्ट फिल्म शुरू होने से पहले और फिर इंटरवल में कम से कम छह-छह बार देखने को मिलीं। सेब काटकर मसूड़ों के मजबूत होने की बात समझाते हुए वह इन दिनों एक असरदार देसी टूथपेस्ट की ब्रांड अंबेसडर जो बनी हुई है। फिल्म ‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ के लिए उन्हें तालियां मिल रही हैं। करण जौहर को तो फिल्म बनाने के पैसे मिल ही चुके हैं, असल खाता बही उन लोगों का दिक्कत में है जिनके पैसे इस फिल्म में लगे हुए हैं। कौन जाने 10 साल बाद करण जौहर भी अनुराग कश्यप की तरह इस बात का ‘खुलासा’ करें कि उनकी फिल्म भी ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ की तरह वायकॉम 18 के लिए घाटे का सौदा रही। खैर, बात हो रही थी आलिया भट्ट की। और, अरसे से मन था कि आलिया भट्ट की पहली हॉलीवुड फिल्म ‘हार्ट ऑफ स्टोन’ रिलीज होते ही देखनी है। हालांकि, वजह वह नहीं बल्कि गैल गैडट थीं, जो वंडर वूमन की तरह अरसे से लुभाती रही हैं। वैसे बताते हैं कि उनका नाम हिब्रू भाषा का है और इसका सही उच्चारण गल गदो होना चाहिए।

– फोटो : अमर उजाला ब्यूरो, मुंबई

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