,
सीमा बिस्वास
,
सुजाना मुखर्जी
,
यशपाल शर्मा
,
गोपाल दत्त
और
और श्वेता त्रिपाठी शर्मा
और
सुमित सक्सेना
,
अमृतपाल सिंह बिंद्रा
और
आनंद तिवारी
हिंदी सिनेमा में चॉकलेटी हीरो से इतर एक ऐसे चेहरे की जरूरत शुरू से रही है जो बिल्कुल आम इंसान जैसा हो। बहुत स्मार्ट न दिखता हो। मध्यमवर्गीय परिवारों की नुमाइंदगी कर सकता हो और बोलता, बतियाता वैसे ही हो, जैसे इन परिवारों के अल्प आत्मविश्वास वाले लड़के करते हैं। तो संजीव कुमार से चला ये सिलसिला ओम पुरी, मनोज बाजपेयी, इरफान खान और नवाजुद्दीन सिद्दीकी से होता हुआ अब विजय वर्मा को टटोलने की कोशिश कर रहा है। विजय ने पुणे फिल्म इंस्टीट्यूट से एक्टिंग की पढ़ाई की है। राज और डीके की 15 साल पहले बनी शॉर्ट फिल्म ‘शोर’ में अभिनय की आग दिखाई है और तमाम फिल्में और वेब सीरीज करने के बाद ये तो साबित किया है कि अगर उनको किरदार लेखन के सही शोध और निर्देशन के सही क्षोध के साथ मिले तो वह भी अपना रुतबा बढ़ा सकते हैं।

– फोटो : अमर उजाला ब्यूरो, मुंबई

– फोटो : अमर उजाला ब्यूरो, मुंबई

– फोटो : अमर उजाला ब्यूरो, मुंबई

– फोटो : अमर उजाला ब्यूरो, मुंबई

– फोटो : अमर उजाला ब्यूरो, मुंबई
GIPHY App Key not set. Please check settings